भास्कर न्यूज
Tuesday, February 10, 2009 02:03 [IST]
जयपुर. सांगानेर क्षेत्र में रंगाई-छपाई के कारखानों से आने वाला दूषित पानी बीसलपुर पाइपलाइन के वाल्वों के आसपास जमा हो जाने से भविष्य में पाइपलाइन गलने का खतरा उत्पन्न हो गया है। भविष्य के खतरे को भांपते हुए सोमवार को जलदाय विभाग के इंजीनियरों में हड़कंप मच गया और पाइपलाइन के इर्द-गिर्द रंगाई-छपाई के कारखानों को चिह्न्ति करने का काम शुरू कर दिया गया। चिह्न्ति किए जाने की कार्रवाई के बाद इन कारखानों को नोटिस दिया जाएगा। साथ ही राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल को इनके खिलाफ पुख्ता कार्रवाई करने के लिए जलदाय विभाग पत्र लिखेगा।
सांगानेर, मुहाना मोड़, बालावाला व आस-पास के इलाकों में स्थित रंगाई-छपाई के कारखानों का केमिकल युक्त पानी पाइपलाइन के इर्द-गिर्द भरा हुआ है। यह केमिकल युक्त पानी लोहे को गलाने की क्षमता रखता है। अगर इनका रिसाव लगातार पाइपलाइन पर होता रहा तो आने वाले समय में गलने का खतरा हो सकता है।
भास्कर की खबर के बाद जलदाय विभाग ने सोमवार से ऐसे रंगाई-छपाई के कारखानों को चिह्न्ति करने का काम शुरू कर दिया है, जिनसे खतरनाक रसायन खुले में छोड़े जा रहे हैं। अधीक्षण अभियंता (बीसलपुर) सुबोध जैन ने बताया कि कारखानों को नोटिस दिए जाने के बाद अगर पाइपलाइन या वाल्व के आस-पास दूषित पानी आया तो संबंधित कारखाने के मालिक के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।
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